जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में शनिवार को नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सेना द्वारा संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए गोलीबारी की गई। इसमें जयपुर के लुहाकना खुर्द का लाल नायक राजीव सिंह शेखावत शहीद हो गए। राजीव पाकिस्तान की ओर से की गई गोलाबारी का जमकर मुकाबला करते हुए शहीद हुए। रविवार को सैनिक की मौत की खबर पाते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई, वहीं घर में कोहराम मच गया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट कर संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं वीर राजीव सिंह को देश के लिए अपनी शहादत को सलाम करता हूं। इस घड़ी हम सब शहीद के परिवार के साथ हैं।
2002 में हुए थे सेना में भर्ती
शहीद राजीवसिंह 2002 आर्मी में भर्ती हुए। वर्तमान में सेना के 5 राजपूत ग्रुप में नायक के पद पर तैनात थे। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव दिसम्बर में छुट्टी पर घर आए थे। आठ जनवरी को ड्यूटी पर लौटे। देगवार सेक्टर में एक अग्रिम चौकी में तैनात थे। अगले साल ही उनका रिटायरमेंट था। ग्रामीणों ने बताया कि राजीव जनवरी में ही श्रीगंगानगर से जम्मू कश्मीर में पदस्थापित हुए थे। शहीद राजीव अपने पिता के इकलौते पुत्र थे। शहीद के एक बड़ी बहन सीमा कंवर है।
अंतिम संस्कार सोमवार को
राजीवसिंह के शहीद होने पर एक और जहां क्षेत्र में शौक की लहर है। वहीं दूसरी और हर कोई सैनिक की शहादत पर गर्व महसूस कर रहा है। सोमवार सुबह सैनिक का पार्थिव देह लुहाकना खुर्द पहुंचेगा, जहां सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. सुरेशचंद व उनकी टीम परिजनों की देखभाल को लेकर जुटी हुई है।
बेकार नहीं जाएगी शहादत…
सांसद कर्नल राज्यवर्धनसिंह राठौड़ व विराटनगर विधायक ने राजीवसिंह को याद करते हुए उनकी शहादत को नमन किया। उन्होंने कहा कि शहीद ही शहादत खाली नहीं जाएगी। ब्रिगेडियर जयपानसिंह शेखावत ने बताया कि गांव में ही नवनिर्मित सीताराम मंदिर में 14 फरवरी का धार्मिक आयोजन रखा गया था। कार्यक्रम को लेकर निमंत्रण पत्र भी वितरित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि सैनिक राजीवसिंह की शहादत को लेकर धार्मिक आयोजन स्थगित कर दिया गया है